Meena's Diary
यह ब्लॉग खोजें
शुक्रवार, 27 नवंबर 2020
अधूरी ख्वाहिशों के नाम
अधूरी ख्वाहिशों के नाम
दिल को जिन्दा रखा
सांस जब टूटने लगी
तब तक देर हो गई थी
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
मोबाइल वर्शन देखें
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें