Meena's Diary
यह ब्लॉग खोजें
रविवार, 15 सितंबर 2019
मेहमां ज़िन्दगी
कैसी है तू नादान ज़िन्दगी
हो गई तू बेईमान ज़िन्दगी
हुई तुझसे पहचान ज़िन्दगी
चंद दिनों की मेहमां ज़िन्दगी
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
मोबाइल वर्शन देखें
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें