Meena's Diary
यह ब्लॉग खोजें
गुरुवार, 9 जनवरी 2020
फूल से खुशबु जुदा न होती
सीप में जैसे छुपा है मोती
ऐसे ही फूल में खुशबु होती
तू मेरा दीपक मैं तेरी ज्योति
इक पल तुझसे जुदा न होती
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
नई पोस्ट
पुरानी पोस्ट
मुख्यपृष्ठ
मोबाइल वर्शन देखें
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें