मन की स्लेट पर कौन लिखता है
कोई हमसे पूछता है तो जवाब है
हम खुद ही लिखते और मिटाते हैं
माथे की स्लेट पर ऊपरवाला और
मन की स्लेट पर हमारी तहरीर है
ऊपरवाले ने अमिट स्लेट लिखी है
लेकिन मन की स्लेट पर हम खुद
हमारे मन के विचार लिखते हैं
कभी सुख दुःख ईर्ष्या द्वेष भी
हम उसी स्लेट पर लिखते हैं फिर
उसे मिटाने के लिए सद्गुणों का
हमको सहारा भी लेना पड़ता है
मन की स्लेट हमारा आईना है
@मीना गुलियानी
कोई हमसे पूछता है तो जवाब है
हम खुद ही लिखते और मिटाते हैं
माथे की स्लेट पर ऊपरवाला और
मन की स्लेट पर हमारी तहरीर है
ऊपरवाले ने अमिट स्लेट लिखी है
लेकिन मन की स्लेट पर हम खुद
हमारे मन के विचार लिखते हैं
कभी सुख दुःख ईर्ष्या द्वेष भी
हम उसी स्लेट पर लिखते हैं फिर
उसे मिटाने के लिए सद्गुणों का
हमको सहारा भी लेना पड़ता है
मन की स्लेट हमारा आईना है
@मीना गुलियानी
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