हँसते हुए फिर उसने पूछा
इतना काजल क्यों लगाया
क्यों बालों को बिखराया
क्यों प्यारा मुखड़ा छुपाया
चाँद को भी तूने शर्माया
उफ़ ये क्या ज़ुल्म ढाया
कन्धे से आँचल सरकाया
करके इशारा मुझे बुलाया
पागल तूने मुझे बनाया
@मीना गुलियानी
इतना काजल क्यों लगाया
क्यों बालों को बिखराया
क्यों प्यारा मुखड़ा छुपाया
चाँद को भी तूने शर्माया
उफ़ ये क्या ज़ुल्म ढाया
कन्धे से आँचल सरकाया
करके इशारा मुझे बुलाया
पागल तूने मुझे बनाया
@मीना गुलियानी
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