तेरी तस्वीर बनाने के लिए
अब रंग मैं कहाँ से लाऊँ
इसी सोच में कबसे बैठी हूँ
मैं तेरी तस्वीर कैसे बनाऊँ
जबसे तू मुझको छोड़ गया
तन्हा मैं यहाँ पर अकुलाऊँ
सारे रंग भी मुझसे रूठ गए
अब कैसे उनको मैं जुटाऊँ
भटकती फिरुँ तेरी चाहत में
कहीं प्यासी न मैं मर जाऊँ
@मीना गुलियानी
अब रंग मैं कहाँ से लाऊँ
इसी सोच में कबसे बैठी हूँ
मैं तेरी तस्वीर कैसे बनाऊँ
जबसे तू मुझको छोड़ गया
तन्हा मैं यहाँ पर अकुलाऊँ
सारे रंग भी मुझसे रूठ गए
अब कैसे उनको मैं जुटाऊँ
भटकती फिरुँ तेरी चाहत में
कहीं प्यासी न मैं मर जाऊँ
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें