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सोमवार, 22 मार्च 2021

तर्ज - ऐ मेरे दिले नादाँ

मुझे आस तेरी मैया न निराश मुझे करना 

सब कष्ट हरो मेरे आँचल की छाँव करना 


मेरे मन के द्वारे में आके करलो बसेरा माँ 

तेरी जोत जले मन में हो दूर अँधेरा माँ 

मैं आया शरण तेरी मुझे दर्श दिखा देना 


मेरी आस का बंधन माँ कहीं टूट न जाए 

क्या सांस का भरोसा पल आये या न आये 

मेरे नैना प्यासे हैं मेरी प्यास बुझा देना 


सब देख लिया जग में माँ कोई नहीं अपना 

सब झूठे नाते हैं जग सारा इक सपना 

मैं भटका राही हूँ तू नज़रे कर्म करना

  

तर्ज-कीर्तन

दर्शन दे माँ जगदम्बे शेरां वालिये 

शेरां वालिये माँ जोतां वालिये 


तेरी हो रही जयजयकार माँ 

तेरे भक्तां दी एइयो पुकार माँ 

शरण दे माँ जगदम्बे शेरां वालिये 


तेरे कोलों तां कुछ नहीं  दूर माँ 

तेरे सब खज़ाने भरपूर माँ 

झोली भर माँ जगदम्बे शेरां वालिये 


जो कोई वी तेरे दर आवदा 

मुओं मंगिया मुरादां पावंदा 

दया कर माँ जगदम्बे शेरां वालिये 



गुरुवार, 18 मार्च 2021

तर्ज - कीर्तन

 शेरों वाली मैया आके दर्श दिखादे 

नैनो की आके मेरी प्यास बुझा दे 


पांडवों ने मैया तेरा भवन बनाया 

अकबर ने आके तेरी जोत  को बुझाया 

अकबर को आके मैया ज्ञान सिखा दे 


दूर से चलके तेरे दर पे आएँ 

अष्टमी के दिन मैया जोत को जलाएँ 

बिगड़ी तकदीर मैया आके बना दे 


इक पल मैया न में तुझको बिसारूँ 

तेरा दर छोड़ माता किसको पुकारूँ 

दुखो भक्तों के आके दुखड़े मिटादे 


दर  तेरे आया मैया बनके भिखारी 

दर्श की भिक्षा देदो हे शेरों वाली 

दिल में प्रेम वाली जोत जगा दे 



तर्ज - वादा न तोड़

 दर पे बुला  सुन ले सदा 

 मेरे नैना दीवाने तरसें माँ 


बरसों से तूने   मेरी आस न पुजाई 

अर्ज़ सुनो मेरी अंबे महामाई 

हमपे मेहर की नज़रें करदे माँ 


भक्ति करूँ में तेरी बन माँ सहाई 

एक बार दर पे बुला ले महामाई 

मुझको एक इशारा करदे माँ 


रो रो के मेरी मैया आँख भर आई 

तूने करी न अंबे मेरी सुनाई 

रहम अपने बच्चों पे करदे माँ 


तर्ज - रहा गर्दिशों में हरदम

  मेरी मात आओ तुम बिन मेरा नहीं सहारा 

दर्शन दिखाओ मुझको दिल ने  तुझे पुकारा 


आके हाल मेरा देखो दुनिया के दुःख हैं झेले 

तेरे बिना जहाँ में रोते  हैं हम  अकेले 

माँ  मुझे न तुम भुलाना मुझे आसरा तुम्हारा 


क्यों बेटे पर तुम्हारी नज़रे कर्म नहीं है 

सारी  ये दुनिया माता वैरी मेरी बनी है 

मेरी लाज को बचाओ मैं बच्चा हूँ तुम्हारा 


मेरे आँसुओं का तुम पर कोई असर नहीं है 

कैसे सुनाऊँ तुमको विपदा जो आ पड़ी है 

मंझधार में फंसा हूँ सूझे नहीं किनारा 


पापों ने आज घेरा माँ काटो फंद मेरा 

विषयों के नाग दस्ते माँ डालो आज फेरा 

अन्धकार से बचाओ तुझको ही माँ पुकारा

तर्ज - रहा  गर्दिशों में हरदम