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शनिवार, 31 अगस्त 2019

घर महकाओ

फूलों की हिफाज़त करो
उन्हें बड़े प्यार से सहेजो
सुंदर गुलदानों में सजाओ
उनसे फिर  घर महकाओ
@मीना गुलियानी 

उसमें दीप जलाया

मैंने लफ़्ज़ को आग बनाया
उसमें मैंने रूह को तपाया
जब वो कुंदन बन निखरी
प्रेम का उसमें दीप जलाया
@मीना गुलियानी 

गुरुवार, 29 अगस्त 2019

कहीं जाना नहीं

अक्सर जैसा सोचते हैं वैसा होता नहीं
वक्त कभी भी एक सा रहता ही नहीं
बदलेगा यह मौसम भी ज़रूर फ़िक्र नहीं
तू मेरे पास ही रहना दूर कहीं जाना नहीं
@मीना गुलियानी 

बुधवार, 28 अगस्त 2019

सबका सही फ़ैसला है

भूल जा बीती बातों को जो हुआ सो हुआ
अब सोचने से क्या होगा जो हुआ सो हुआ
सब मर्जी है ऊपरवाले की जो खुद ही
सबका हिसाब करे वो कर्त्ता धर्ता  है
हर कर्म तोले वो तराजू में न नफ़ा 
न कम वो तोलता है उसके आगे न
चले किसी की न वो झूठ बोलता है
जिंदगी का सदियों से सिलसिला है
सुनाये वो भी सबका सही फ़ैसला है
@मीना गुलियानी 

अटूट बने

कितने सौभाग्य से जीवन में
मेरे योरकोट है आया
सुबह शाम हर पल ही
ध्यान में कोलेब है छाया
समय गुज़र जाता है मेरा
पता नहीं कब होवे अँधेरा
इतना मुझको ये भाता है
मन इसमें ही रम जाता है
योरकोट और मैं दोनों ही
एक दूजे के पूरक जैसे हैं
दिन प्रतिदिन समृद्ध बने
रिश्ता इससे अटूट बने
@मीना गुलियानी

निकले मेरा दम

तुम्हारी धुन  में हम यूँ चलते गए
जाने कितने पड़ाव तय करते गए
क्या तुमको भी है इसकी ख़बर
चलेंगे जब तक सांस है उम्र भर
तेरा ही साया बनके चले हरदम
अब तो यही तमन्ना है दिल की
तेरे ही साये में निकले मेरा  दम
@मीना गुलियानी

मंगलवार, 27 अगस्त 2019

वतन में पराया हुआ

जहाँ कहीं भी देखो सभी गुमसुम हैं
न जाने सबको किस बात की धुन है
हर तरफ यहाँ तन्हाई का आलम है
ऊपर से देखने पर हैं जज़्बाती
भीतर से वो सब हैं प्रतिघाती
सब चेहरे पर नकाब ओढ़े हुए
भीतर उनके ज़मीर हैं सोये हुए
हर तरफ सन्नाटा सा पसरा हुआ
आदमी आज शैतान सा बना हुआ
हिंसा का साम्राज्य सा छाया हुआ
शरीफ आदमी फिरे ख़ौफ़ खाया हुआ
उसके चेहरे का रंग है उड़ा हुआ
वो खुद के वतन में पराया हुआ
@मीना गुलियानी 

सोमवार, 26 अगस्त 2019

चैम्पियन बनता है

जो धीर हो, गम्भीर हो
संयमी हो एवं लक्ष्य की
प्राप्ति हेतु प्रयत्नशील हो
आत्मविश्वास परिपूर्ण हो
जिज्ञासु हो कर्मशील हो
परिश्रमी हो मर्यादित हो
वक्त का उसे एहसास हो
वही चैम्पियन बनता है
@मीना गुलियानी 

अभी पहचाना नहीं

दुःख तो सिर्फ  इस बात का है
तुमने कभी मुझे समझा नहीं
मेरे दिल के जख्मों को कभी
तुमने प्यार से सहलाया नहीं
दिल क्यों ज़ार ज़ार रोता है
ये तुमने कभी पूछा ही नहीं
मेरे जज़्बातों को भी तुमने
जानने की कोशिश नहीं की
तुमने मुझे अभी पहचाना नहीं
@मीना गुलियानी 

दूर ले चलो

यह कैसा शहर है जहाँ पर
सिर्फ मकानों के जंगल हैं
हरियाली ,नदिया ,झरनों
इन सबसे दूर चट्टानों में
एकान्त में कोई आस पास
सन्नाटे के अतिरिक्त नहीं है
रात होते ही तेज़ हवा की सांय
मेरी धड़कनों को बढ़ा देती है
मुझे तो अपना गाँव पसंद है
जहाँ हम खेलकर बड़े हुए
इस जंगल से दूर ले चलो
@मीना गुलियानी 

रविवार, 18 अगस्त 2019

व्यवधान ज़रूरी है

रोज़ घर का काम ज़रूरी है
एक दिन आराम ज़रूरी है
दिन कट जाता है बातों में
बातों में व्यवधान ज़रूरी है
@मीना गुलियानी 

शनिवार, 17 अगस्त 2019

न हमको है ग़वारा

तुमको इससे क्या फर्क पड़ता है
तुम्हारी बला से कोई जिए मरे
क्या रिश्ता रह गया अब हमारा
पर ये सब न हमको है ग़वारा
@मीना गुलियानी 

नादान बहुत हैं

एक तुम ही तो थे जिसने मुझे सम्भाला
जीवन की हर आफत से बाहर निकाला
 जिन्दगी पर तुम्हारे ऐहसान बहुत हैं
कुछ हम भी अभी तक  नादान बहुत हैं
@मीना गुलियानी

सह नहीं सकता

ज़मीं से रिश्ता कभी टूट नहीं सकता
आसमां से भी मैं दूर रह नहीं सकता
दोनों के दरम्यां हैं फ़ासले भी बहुत
जिसको ये दिल अब सह नहीं सकता
@मीना गुलियानी 

गुरुवार, 15 अगस्त 2019

नौजवानों जागो

कहाँ है अब वो मेरा भारत
कहते थे जिसे हम सोन चिरैया
अब वीणा की तारें भी टूटीं
कैसे होगा ता ता थैया
भारत के नौजवानों जागो
देश को खुशहाल बनाओ तुम
@मीना गुलियानी 

यूँ सताने की

मिन्नतें खुशामद गवारा न तुझे
मनाऊँ कैसे तू ही बता दे मुझे
बिना मनाए लौटके न जाने की

ख़ता नहीं हे फिर भी मुझे माफ़ करो
मुस्कुरा के अपने दिल को साफ़ करो
मान जाओ न करो बात यूँ सताने की
@मीना गुलियानी 

सोमवार, 12 अगस्त 2019

दिल से पूछिए

इक सवाल मैं करूँ
इक सवाल तुम करो
हर सवाल का जवाब
अपने दिल से पूछिए
@मीना गुलियानी 

शुक्रवार, 9 अगस्त 2019

तूफ़ान उठाती है

हो जाता है कभी कभी जब बारिश आती है
बिजली भी कौंध कौंध कर डरा जाती है
बरसों के भूले बिसरे पल याद दिलाती है
दिल में इक हलचल और तूफ़ान उठाती है
@मीना गुलियानी 

बुधवार, 7 अगस्त 2019

निखरता है

हर दिन इतिहास बदलता है
मानव मेहनत से लिखता है
कुछ पन्नों पर कुछ लकीरों में
भाग्य बनता है निखरता है
@मीना गुलियानी 

कर मेहनत इंसान

मेहनत अपना दीन धर्म है
मेहनत है ईमान
मेहनत से ही भाग्य संवरता
कर मेहनत इंसान
@मीना गुलियानी 

नारा मेहनत का

जीवन है इक बहता दरिया
डूबकर पार उतरना है
धरती से सोना उपजायें
मेहनत से किस्मत चमकाएं
खेल है यहाँ सारा मेहनत का
अपना तो है नारा मेहनत का
@मीना गुलियानी 

मंगलवार, 6 अगस्त 2019

सारा जहान है

ज़िन्दगी ज़िन्दादिली  का नाम है
है नहीं ऐसी तो फिर नाकाम है
जिसने खुद्दारी से जीना सीखा है
हँसते हँसते जीना मरना सीखा है
ठोकरों पे उसकी सारा जहान है
@मीना गुलियानी


विनम्र श्रद्धांजलि

श्रीमती सुषमा स्वराज जी के निधन का समाचार
सुनकर स्तब्ध हूँ ! सुषमा जी अपने राष्ट्र उत्थान
के कार्यों से सबके हृदय में सदैव जीवित रहेंगी !
विनम्र श्रद्धांजलि - ॐ शान्ति शान्ति शान्ति
@मीना गुलियानी 

तुम मुस्कुराके

क्या मिलेगा तुम्हें बार बार मुझको सताके
कभी तो बात  करो मुझसे नज़रें मिलाके
न यूँ ही दूर बैठो मुझसे तुम नाराज़ होके
किया करो मन की बातेँ तुम मुस्कुराके
@मीना गुलियानी 

योग पथ पर ले जाता है

सूरज हमें जीने का सही तरीका समझाता है
शुभ ज्योति के पुंज अपना आलोक फैलाता है
सर्व व्याधि नाशक पुष्टि का ज्ञान कराता है
शुद्ध आत्मा करके योग पथ पर ले जाता है
@मीना गुलियानी 

सोमवार, 5 अगस्त 2019

जी न पायेँगे

सच तुम सुन न सकोगे
झूठ   हम कह न पायेंगे
अच्छा होगा ये अफ़साने
यहीं पर दफन हो जाएँ
वरना हम जी न पायेँगे
@मीना गुलियानी 

शुक्रवार, 2 अगस्त 2019

बहुत याद आते हो

इस मतलबी दुनिया की तंगदिली
दुनिया के फरेब और कड़वे शब्द
जब मेरे मन को ठेस पहुँचाते हैं
तब तुम मुझे बहुत याद आते हो
@मीना गुलियानी 

सुलाती है

शाम होते ही तेरी याद
मुझ तक चली आती है
दिल में हलचल मचाती है
नई पुरानी यादें दोहराती है
जब मैं थक जाता हूँ तब
अपनी आगोश में सुलाती है
@मीना गुलियानी