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सोमवार, 8 अप्रैल 2024

bhent----15

 ओ झण्डेवाली आओ मैंने तुझे पुकारा 

तेरे सिवा जहाँ में कोई नहीं हमारा 


आके हाल मेरा देखो कितने ही  दुःख हैं झेले 

दुनिया की भीड़ में भी हम रह गए अकेले 

सुलझा दो मेरी उलझन दुनिया के गम का मारा -----


तेरे बिना जहाँ में अब कौन माँ सुनेगा 

कौन हाथ मेरा पकड़े कौन आसरा माँ देगा 

पलटा दो मेरी किस्मत चमके मेरा सितारा ----------


बिगड़ी मेरी बनाओ नैया मेरी बचाओ 

पतवार थाम लो तुम भव पार तुम  लगाओ 

मंझधार सामने है सूझे नहीं किनारा -----------------


सबने किया किनारा बैठा हूँ  बेसहारा 

खाई जहाँ की ठोकर फिरता हूँ मारा मारा 

अब तूम गले लगाओ मुझे आसरा तुम्हारा -------



bhent--14

आओ माँ ---------------------------- झण्डेवाली माँ 
मैं तो कबसे रही पुकार 
मेरी माँ खोलो अब तो द्वार 

 तेरे दर्श की अखियाँ प्यासी 
रहें तड़पती चैन न पाती 
आके मिटा तू मेरी उदासी -----------

तुझ बिन व्याकुल जियरा मोरा 
तू चंदा मैं चकवा तोरा 
क्यों तूने मेरा दिल को तोड़ा ----------

तड़प तड़प कर रैन बिताऊँ 
हाले दिल अब किसको सुनाऊँ 
किसके दर पर पलड़ा बिछाऊँ ----------

सुनलो दाती अर्ज हमारी 
दर पर आई हूँ दुखियारी 
दुनिया ने मुझे ठोकर मारी ---------------

bhent---13

 झण्डेवाली खोल द्वारे इक दुखिया पुकारे 

रो रो अर्ज गुज़ारे तेरा दास माँ 

ना जुदाई सही जाए साल सी ने कान्हू लाए 

आजा आजा मेरी माए तेरा दास माँ 


तेरी मैनू याद सतावे पलकां रो रो पकियाँ 

तू जिन्हा राहां तो आवे मैं विछावां अखियाँ 

आस पुजादे झण्डेवालिए 

दिल दी प्यास बुझावीं मेरा दिल एहो पुकारे 


एहो मेरी आस है माए दर्श तेरा ही पावां 

बणके तेरा दास मैं मैया तेरे ही गुण गावां 

विनती मेरी सुण झण्डेवालिए 

मैनू न भुलावीं मै तां तेरे ही सहारे 


तेरे दर्श दी खातिर मैया रोज़ मैं दर ते आवां 

हंजुआ दी मैं भेंटां लैके तेरे गल चढ़ावां 

शरणीं लगालै झण्डेवालिए 

पाके चरणां दी धूड़ी हो जाएँगे वारे न्यारे 

bhent---12

 झण्डेवाली दा द्वारा मैं नहीं जाणा छडके 

बैठा झोली अड्के बैठा बुआ मलके 


दाती तुध आगे अरदास मैंनू रख चरणां दे पास 

करना सबदी पूरी आस -----------------------


दाती तेरे प्यार विच रंगा तैथों एहो ही वर मंगा 

कुझ होर मंगदया संगा ------------------------


मैं ना मंगदी चाँदी सोना मैनू दौलत दा नहीं रोणा 

मैं तां पापां नूं है धोना -------------------------


दाती नज़रे कर्म तू करदे अपणा हथ मेहर दा धरदे 

दाती झोलियाँ सबदी भरदे --------------------


दाती ओखे वेले आवीं मेरी जिन्दड़ी न रुळावीं 

डुबदी नैया पार लगावीं -------------------------


दाती अपनी चरणीं लावीं मेरियाँ भुलां नूं बक्शावीं 

मेरियाँ लगियाँ तोड़ निभावीं ---------------------

बुधवार, 3 अप्रैल 2024

bhent----11

 कितनी बार पुकारा तुमको सुनलो मेरी पुकार 

ओ मेरी झण्डेवाली आई हूँ मैं तेरे द्वार 


तेरी सूरत सबसे प्यारी लगती  है 

जगमग जगमग जोत तुम्हारी जलती है 

आई हूँ मैं शरण तिहारी मैया करो उद्धार 


दिल में अरमानों की माला लाया हूँ 

तुझे भेंट करने को माता आई हूँ 

गाती हूँ मैं गीत तुम्हारे करलो मैया स्वीकार 


प्रेम के आँसू आँख से हरदम बहते हैं 

तेरे सिवा न कोई दर्द हम सहते हैं 

मैया आके हमें बचालो भव से करदो पार 


तेरे सिवा न मेरा कोई ठिकाना है 

तुझे छोड़कर मुझे कहीं न जाना है 

चरणों में पड़ा हूँ तेरे दे दो अपना दुलार 


माँ बेटे का जन्म जन्म का नाता है 

बेटा कपूत माँ न बने कुमाता है 

प्यार के इस रिश्ते से मैया बँधा हुआ संसार 


bhent--10

 आओ झण्डेवाली माँ थक गया हार के 

दर्श दिखाओ माँ बैठा तेरे द्वार पे 


नैना मेरे हैं प्यासे दीद को तरसें 

आ जाओ एक बार याद में बरसें 

देखे हैं मैंने दाती दुःख संसार के 


दिल हैमेरा घबराया विषयों ने लूटा 

झूठी है सारी दुनिया हर नाता टूटा 

आस है तेरी मैया पड़ा तेरे द्वार पे 


दुनिया ने ठोकर मारी तुम न रुलाना 

दाती है आस तेरी मुझे तुम बचाना 

आया शरण तुम्हारी जग को विसार के 


bhent--9

झण्डेवाली मैया जी बदलती नसीब है 

कोई कोई ऐसा यहाँ होता खुशनसीब है  


हाथों की चाहे टेढ़ी मेढ़ी हों लकीरें 

बदलतीं हैं इसके दर पे सबकी तकदीरें 

पहुँचता वही जो लेके आया तकदीर है 


किस्मत का उसकी मैया ताला है खुलता 

जो भी श्रद्धा से द्वारे तेरे आके झुकता 

भरती खज़ाने खुले उसका नसीब है 


सबकी मुरादें मैया पूरी है करती 

माल खज़ाने से झोली माँ भरती 

हाथों से अपने माँ संवारती नसीब है 

 

मंगलवार, 2 अप्रैल 2024

bhent....8

हे झण्डेवाली मैया कष्ट निवार दो 

शरण तेरी हम आए भव से उबार दो 


आस तेरी हम लाए जग के सताए 

हमें आसरा तुम्हारा हैं घबराए 

ग़म से भरा है जीवन संवार दो 

शरण -------------------------

 

अंधियारा है हरसू विषयों ने घेरा है 

तेरे सिवा मैया कोई न मेरा है 

अपनी तस्वीर मेरे दिल में उतार दो 

शरण ------------------------------


वैरी बना है मैया ये जग सारा 

किसी ने न पूछा आके हाल हमारा 

मेहरों की दाती मेरी किस्मत संवार दो 

शरण -----------------------------------

 

bhent...7

झण्डेवाली माँ जग से निराला तेरा धाम रे 

मुझे प्यारा लागे तेरा धाम रे 

 

जबसे तुझसे लगन लगी रे छोड़ दिया जग सारा 

तेरी भक्ति का मन में माता बजने लगा इकतारा 

मेरी लाज तुम्हारे हाथ रे--------------------------


आशा तृष्णा की आंधी ने हमको जी भर लूटा 

जान लिया पहचान लिया है जग ये सारा झूठा 

मेरी बाँह पकड़ना आज रे --------------------------


मेरे जीवन की नैया डगमग डगमग डोले 

आन फंसी मंझधार में मैया खाए है हिचकोले 

मेरी नाव तुम्हारे हाथ रे -----------------------------


jhandewali maa ki bhent..6

 मेरे मन मन्दिर में माँ इक दीप जला देना 

ओ झण्डेवाली माँ अन्धकार मिटा देना 


तेरी भक्ति में लीन रहूँ हर पल तेरी पूजा करूँ 

तेरे सिमरन से माता मन के सन्ताप हरूँ 

तुम अपनी ममता को हर तरफ लुटा देना 


हर तरफ अन्धेरा  है कोई नहीं मेरा है 

किश्ती मेरी डूब रही मंझधार ने घेरा है 

पतवार चलाओ तुम मेरी नैया बचा लेना  


तेरे दर जो आ जाए मुँह माँगा पा जाए 

रोता हुआ जो आए हँसता हुआ वो जाए 

हर ग़म को दूर करो अज्ञान मिटा देना