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शुक्रवार, 10 जुलाई 2020

कुछ रास्ते

कुछ रास्ते ऐसे भी होते हैं जो बहुत लम्बे होते हैं
थोड़ी थोड़ी दूरी पर कभी दोराहा ,तिराहा,चौराहा
बन जाते हैं गाँव में तो ये रास्ते पगडडी बनते हैं
कुछ रास्ते घुमावदार होते हैं कुछ राहों पर जब
रेलगाड़ी भी गुज़रती है तो पुल थरथराने लगता है
रास्ते लम्बे होते हैं तो रेलगाड़ी में कोई सहयात्री
होता है तो सफर बहुत जल्दी तय हो जाता है तथा
इन्ही राहों से गुज़रकर जिंदगी कट जाती है यदि
साथ में कोई न हो तो सफर कटता ही नहीं समय
 चलता रहता है रही विपरीत दिशा में भी होते हैं
@मीना गुलियानी 

गुरुवार, 9 जुलाई 2020

एक ज़मीं मेरी भी है

एक ज़मीं मेरी भी है जिससे मेरा ज़मीर बँधा हुआ है
मैं जितनी भी लम्बी दौड़ लगा लूँ जमीर वापस लाता है
मैं मन से घायल पड़ा हुआ तड़फड़ा उठता हूँ कुछ नहीं
कर  सकता बस एकटक आसमां निहारता रहता हूँ
मेरे हाथ पाँव बेजान हो जाते हैं रूह बेचैन हो उठती है
फिर धीरे स्वयं को घसीटता  हुआ तेरी चौखट पर आता हूँ
सोचता रहता हूँ शायद कुछ सुकून मिल जाए फिर मेरे
कर्म ही ऐसे हैं जो मैं कुछ कह नहीं पाता बेसुध हो जाता हूँ
हे प्रभु अब दया दिखाओ मेरी भी विनती सुनलो पार लगाओ
@मीना गुलियानी 

आसमां अनन्त है

आसमां अनन्त है इसकी कोई सीमा नहीं है
हम भी पंछियों की तरह उड़ान भर सकते हैं
इस शरीर में कल्पनाओं का समुद्र लहराता है
हम हिम्मत हौंसला और कल्पना से उस उड़ान
को पंख फैलाकर उड़ सकते हैं पर इसमें भी
सदैव ईश्वर का सर पर हाथ होना जरूरी है
@मीना गुलियानी 

ऐ आलस्य

ऐ आलस्य
तुम मुझसे दूर ही रहो
मुझे तुमसे यही है कहना
लोगों की बातों में न आना
मुझे तुममें कोई दिलचस्पी नहीं
आलस्य से तो कई रोग लग जाते हैं
शरीर भी रोगी हो जाता है मन की स्थिति
डावांडोल सी होकर शिथिल हो जाती है अनिच्छा
उत्पन्न हो जाती है मन इन्द्रियों का दास बन जाता है
मेरी तो प्रभु जी से यही प्रार्थना है हमारा मार्गदर्शन करें
@मीना गुलियानी



जिंदगी के सब रूप

जिंदगी के सब रूप हमने देख लिए हैं
कभी तो मुस्कुराती है कभी रुलाती है
कितने लोग दिल की बाज़ी हारते हैं
कुछ जिंदगी देश पर कुर्बान करते हैं
जिंदगी में हार जीत दाव  पेच लगते हैं
कभी तो सारे जहान की खुशियाँ देती है
तो कभी सब ये छीन भी लेती है लेकिन
जो जिंदगी के साथ कदम मिलाते हैं
वो अपने परिश्रम से जीत भी जाते हैं
@मीना गुलियानी 

बुधवार, 8 जुलाई 2020

ओ इच्छा

ओ इच्छा

तू वरदायिनी है मंगलकारी है
बहुरूपिणी है और बलशाली है
मुक्ति देने वाली है बंदी बनाती है
इच्छा तेरे कितने रूप हैं कितना
ऐसे कैसे  तेरा बखान करूँ कैसे
 तेरे रूप को लिखूँ सारा जमाना तुझे
पूजता है , अर्चना करता है  ,हर
व्यक्ति की कोई न कोई इच्छा
अवश्य ही होती है जब उसकी बात
पूरी हो जाती है वो फूला नहीं समाता
पूरा होने के लिए प्रयत्न करता है 
@मीना गुलियानी 

मंगलवार, 7 जुलाई 2020

अपनी तरफ भी देखो

अपनी तरफ भी देखो बिल्कुल सही कहा  गया है
पर उपदेश कुशल बहुतेरे दूसरों को शिक्षा देते हैं
आईना ही मन का दर्पण होता है उससे सबक लेते हैं
दूसरे में दोष सबको दिखाई देते हैं अपना गिरेबान को
कोई नज़र नहीं डालता जितना सागर में नीर भरा है
उतने ही अवगुण हमारे भीतर होते हैं ये तो ईश्वर की
हम पर कृपा है जो हम जैसे जो डूब रहे हैं उबारते हैं
@मीना गुलियानी 

ऐ आईने

ऐ आईने

क्यों तुझे देखकर मुझे कुछ हैरत होती है
तुम सबको उसका मन दर्पण दिखाते हो
तुम तो रोते  हुए को हँसा भी सकते हो
और हँसते हुए को रुला भी सकते हो
सबके दिलों पर तुम्हारा ही राज होता है
तुम दिल की दुनिया के बेताज बादशाह हो
सभी तुम्हे अदब से सलामी देते हैं
किसी को कोई दुःख हो या सुख सब
तुम्हेँ देखकर ही लोग पता लगा लेते हैं
@मीना गुलियानी 

सावन का छाया उल्लास

सावन का छाया उल्लास
बड़े पेड़ों पर झूला झूले
वृषभानु की दुलारी संग
सखियों के कृष्ण जी पेंग
बढाए सबका मन मोह लेते
हर तरफ मस्ती सी छा गई
कान्हा जी सबको झुलाते
जीवन नैया को भी पार लगाते
@मीना गुलियानी

चंदा तेरा रूप

चंदा तेरा रूप सबके दिलों  में समाया
कगता गए चाँदनी से मिलने को आया
संग में  तारों की बरात को लेकर आया
धरती आकाश भी सजने लगे हैं फूल
उपवन में खिलने लगे हैं मंडप द्वार भी
सजने लगे हैं लोग दीपक सजाने लगे
ढोल नगाड़े बजने लगे हैं सबके दिलों में
समाया हे वो रूप अनूप लिए आया है वो
@मीना गुलियानी 

त्याग दो

त्याग दो सारी नकारात्मकता को
सच्चाई का साथ दो सकारात्मक
विचारों से हृदय परिवर्तन कर  दो
इससे जुडी और भी भ्राँतियाँ हो
तो उनको खत्म करो मन को पूर्ण
स्वच्छ संदेश देकर भक्ति में जोड़ें
प्रभु की कृपा से सब कुछ हासिल
जरूर होगा विश्वास करना पड़ेगा
@मीना  गुलियानी 

बहुत कुछ है

बहुत कुछ है कहने को
क्या ये जरूरी है कहा जाए
कुछ बातें बिना कहे होती हैं
ऐसे की बातें अक्सर होती हैं
ऐसी स्थिति पैदा हो जाती है
ज्यादा असर जिंदगी में होता है
बातों का ख्याल रखना पड़ता है
@मीना गुलियानी 

ओ प्यारी शाम

ओ प्यारी शाम

तेरा सुबह जब भोर का तारा निकलता है
तबसे मैं दरवाजे की चौखट पर बैठकर
रोज़ इंतज़ार करता हूँ पलक झपकते ही
कहीं खो न जाओ इसलिए खुली आँखों
के दीप जलाकर हमेशा प्रतीक्षारत रहता हूँ
तुम्हारे आने से हृदय परिवर्तन होता है मन
सपने बुनता हे चंदनी आती है लोरी गाती है
निंदिया भी थपकी देकर सुला जाती है फिर
मीठे सपनो में खो जाते हैं फिर भोर जगाती है
@मीना गुलियानी

आखिरी साँस तक

आखिरी साँस तक  तुझे हम ध्यायेंगे
तेरे दर को  छोड़कर और कहाँ जायेंगे
सदा से सुनते आये हैं नाम तेरा जग में
तेरे नाम की  ही हम धूनी रमायेंगे तू ही
पूरे विश्व में रमा हे तेरे नाम के गुण  गायेंगे
@मीना गुलियानी 

सोमवार, 6 जुलाई 2020

हे शिव शंंभू

हे शिव शंंभू

हे प्रभु आपसे निराला और मेरा कोई नहीं
तुम तो सबकी बिगड़ी बनाने वाले हो
मुझको भी इक तेरा सहारा है तुमको पुकारा है
सबको पार लगगने वाले तुम ही हो हमेशा
मेरी जिंदगी में खुशियाँ लेकर आते हो सारे
ग़म कोसों दूर भगाते हो आपको कोटि प्रणाम
@मीना गुलियानी 

शनिवार, 4 जुलाई 2020

चाँद की सरगोशियाँ

चाँद की सरगोशियाँ
तभी मन को सुहाती हैं
जब दो प्रेमी मिलते हैं
अन्यथा जिनके दिल के
तार प्रभु  से जुड़े होते हैं
उन पर इनका असर नहीं
होता हे वो तो प्रभु जी के
रंग में रंगे हुए होते हैं उन्हेँ  
सिर्फ भक्ति का रस चाहिए
@मीना गुलियानी                    
               

छोड़ने आया था वो

मुझे  छोड़ने आया था वो
मेरा दिल चुराके ले गया
सखी वही तो मेरा सांवला
सलौना श्याम प्रभु है नेक
भी तो पलट के उसने न देखा
मेरा भाग्य बनाने आया था वो
सखी अब उसे कैसे बुलाऊँ
कैसे उसे मैं दधि माखन खिलाऊँ
दिल को मेरे उड़ा ले गया वो
रोज़ मैं उसकी बाट निहारुँ
अबकी बार नैनों में बंद करूँ
फिर देखूँगी कैसे जाएगा वो
@मीना गुलियानी 

गुरु -शिष्य

गुरु -   
  वो होता है जो हमारे भीतर के अन्धकार
मिटाकर हमें सन्मार्ग दिखाता है

शिष्य
वो होता है जो गुरु जी के कहे अनुसार
बिना किसी शंका के मार्ग का अनुसरण
करता है
       

ऐ आने वाले पल

ऐ आने वाले पल
तुम्हारा स्वागत है
हमने पथ को निखारा है
सारे रास्ते के शूल हटा दिए
रास्ते में हरियाली नज़र आएगी
हर बगिया में खुशहाली नज़र आएगी
सभी के चेहरों पर से उदासी न नज़र आएगी
उम्मीद की किरण हर तरफ बिखरी नज़र आएगी
जुगनुओं की चमक तुम्हें रास्ता भी दिखाती जायेगी
@मीना गुलियानी 

प्रिय सैनिक

प्रिय सैनिक
मुझे तुम पर बहुत गर्व महसूस हो रहा है।  यह तो ईश्वर ही जानता है कि तुम कितनी मुसीबतें उठाते हो।  घर परिवार से  बहुत दूर रहते हो।  तुम्हारे कंधो पर  परिवार का देश के सम्मान  बोझ है  जिसे तुम हँसकर उठाते हो    तुम अदम्य शक्ति रखते हो।  तुम्हारे भीतर साहस का जोश भरा हुआ है दुश्मनों से  लोहा लेने के  लिए हर पल तैयार रहते हो।  घर गृहस्थी सब छोड़कर देश की सीमा पर दुश्मन से टक्कर लेने के लिए तैनात रहते हो।  कितने तक तुम्हें खाना  नहीं मिल पाता  तो भी मातृभूमि  रक्षा के लिए रण में जूझ पड़ते हो।  कुछ तुम्हारे दोस्त बलिवेदी पर चढ़ जाते हैं।   बलिदान  व्यर्थ कभी नहीं जाता। भारत सरकार  शहीद परिवार की सहायता करती है।  मै  चाहती हूँ तुम्हारा नाम गर्व से  लिया जाए। 
तुम्हारा हित चाहने वाली 

गुरुवार, 2 जुलाई 2020

प्यारे आम

प्यारे आम
तुम कितने अच्छे हो
कितने रंगीले हो कसम
से कितने रसीले हो
कितने ही नाम हैं तुम्हारे
तुम हर तरह से काम में
लाये जाते हो महफ़िल की
तुम शान हो कितने मधुर
रस  से भरें हो अचार भी
मुरब्बा ,लौंजी ,आम पापड़
अमचूर भी बनाते  हैं लोग
इसे काटकर खाते हैंजूस भी
 हर तरह से काम में लेते हैं
@मीना गुलियानी

कुछ नहीं होता

कुछ नहीं होता तेरे यूं रूठ जाने से
वक्त बीत जाएगा तुम्हारे मानंने से
राधा रानी आई कृष्ण के पास लेकर
बांसुरी की धुन सुन गोपियाँ भी आई
मधुबन में कान्हा ने रास रचाई झूले
और विराजमान हैं राधा और कन्हाई
@मीना गुलियानी









बुधवार, 1 जुलाई 2020

जमाने की नज़र में

जमाने की नज़र में लाख बुरे सही
फिर भी हम दिल के बहुत अच्छे हैं
माफ़ कर देना मेरे ग़ुनाहों को मालिक
तेरे लिए तो हम तेरे नादान बच्चे हैं
तूने ही हमको जीने का सबक सिखाया
जीवन के मोती को तुमने चमकाया
जी भरके लुटाई है ममता तो तुमने
हम काबिल न थे तूने काबिल बनाया
@मीना गुलियानी 

कभी तुमको याद आती है

कितने बरस बीत गए उन लम्हों को
 अब भी कभी तुमको याद आती है
जब वृन्दावन में दर्शन को गए थे
इतनी भीड़ में भी लगता है प्रभु हमें
खुद ही ढूँढ़ते हुए मिले थे उनकी
वो छवि प्यारी मेरे मन मंदिर में
आज भी समाई हुई है अब तो
नीम के पेड़ ने भी निम्बोली गिराई है
सहेलियाँ झूला झूल रहीं थीं कान्हा
सबको बारी बारी से झूला झुला रहे थे
फिर तो जब श्याम कुंड में स्नान
किया था और फिर तैयार होकर
गोवर्धन जी की परिक्रमा की थी
सारे दृश्य आज भी रोमांचित करते हैं
@मीना गुलियानी