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शनिवार, 4 जुलाई 2020

छोड़ने आया था वो

मुझे  छोड़ने आया था वो
मेरा दिल चुराके ले गया
सखी वही तो मेरा सांवला
सलौना श्याम प्रभु है नेक
भी तो पलट के उसने न देखा
मेरा भाग्य बनाने आया था वो
सखी अब उसे कैसे बुलाऊँ
कैसे उसे मैं दधि माखन खिलाऊँ
दिल को मेरे उड़ा ले गया वो
रोज़ मैं उसकी बाट निहारुँ
अबकी बार नैनों में बंद करूँ
फिर देखूँगी कैसे जाएगा वो
@मीना गुलियानी 

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