जीवन के कुछ पल शेष हैं
कहीं वो यूँ ही न गुज़र जाएँ
हम फिर से जुदा हो जाएँ
उससे पहले समझौता करते हैं
जीवन ख़ुशी के रंग से भरते हैं
दोनों जुदा हम रह नहीं सकते
ये ज़हर हम पी नहीं सकते हैं
कब तक यूँ जिंदगी बिताएं
चलो झगड़ा ये खत्म करते हैं
आओ हम समझौता करते हैं
@मीना गुलियानी
कहीं वो यूँ ही न गुज़र जाएँ
हम फिर से जुदा हो जाएँ
उससे पहले समझौता करते हैं
जीवन ख़ुशी के रंग से भरते हैं
दोनों जुदा हम रह नहीं सकते
ये ज़हर हम पी नहीं सकते हैं
कब तक यूँ जिंदगी बिताएं
चलो झगड़ा ये खत्म करते हैं
आओ हम समझौता करते हैं
@मीना गुलियानी
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