जितने मंजिल की ओर बढ़ते गए
उतने प्यार में हम पिछड़ते गए
दिलों में जज़्बात कम होते गए
दिनों दिन फ़ासले बढ़ते ही गए
अपनी दुनिया में गुम होते गए
@मीना गुलियानी
उतने प्यार में हम पिछड़ते गए
दिलों में जज़्बात कम होते गए
दिनों दिन फ़ासले बढ़ते ही गए
अपनी दुनिया में गुम होते गए
@मीना गुलियानी
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