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मंगलवार, 9 जून 2015

माता की भेंट - 147



मैया तेरे द्वार आ गई , दर्शन तो दे दो माँ 
आओ शेरो वाली माँ - आओ जोता  वाली माँ 

अब न मुझको तरसाना ,  माँ जल्दी आ जाना 
तुझ बिन मेरी आँखे बरसे , दर्शन दिखाना 
ओ - प्रेम वाली ज्योति मैया जगमग जगने दो आओ शेरो वाली माँ 

तुझ बिन तड़पे मनवा मोरा ,  आँख मेरी रोये 
कैसे दिल को चैन  मिलेगा , दर्शन दो मोहे 
ओ - प्रेम भरे आंसू मेरी अखियो से बहने  दो आओ शेरो वाली माँ 

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