यह ब्लॉग खोजें

गुरुवार, 19 नवंबर 2020

तेरी यादों के सहारे

तेरी यादों के सहारे जी रहे थे हम 

तुमने हमें किसी काबिल न समझा 

हमें सबके सामने रुसवा कर दिया 

@मीना गुलियानी  

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें