किस्मत जगाने को तुम्हें अपना बनाने को
मैंने देख लिया दाती जग सारा है इक सपना
इस झूठे जग में अब मेरा कोई नहीं अपना
गर तुम मेरी बन जाओ छोड़ दूँ मैं ज़माने को
तेरे दर पे दाती मेरे खुशियों के खज़ाने हैं
हम तो तेरे नाम के दाती हो गए दीवाने हैं
पतवार मेरी थामो हर बाधा मिटाने को
करता जो तेरी भक्ति तेरी कृपा बरसती है
ग़म दूर हो जाता है उसे मुक्ति मिलती है
चरणों में जगह दे दो आया कष्ट मिटाने को
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