जीवन इक बहता हुआ दरिया है
इसे बहने दो
सुख दुःख का मधुर मिलन होता है
उसे होने दो
मौजों को साहिल से टकराना होता है
उन्हें टकराने दो
तुम क्यों उदास मन लिए
गुमसुम से बैठे हो
जीवन से हार न मानो
नहीं तो टूट जाओगे
अथक परिश्रम करते चलो
मंजिल की तलाश में बढ़ते चलो
@मीना गुलियानी
इसे बहने दो
सुख दुःख का मधुर मिलन होता है
उसे होने दो
मौजों को साहिल से टकराना होता है
उन्हें टकराने दो
तुम क्यों उदास मन लिए
गुमसुम से बैठे हो
जीवन से हार न मानो
नहीं तो टूट जाओगे
अथक परिश्रम करते चलो
मंजिल की तलाश में बढ़ते चलो
@मीना गुलियानी
अथक परिश्रम करते चलो
जवाब देंहटाएंमंजिल की तलाश में बढ़ते चलो
जी बहुत ही सुंदर
👌👌👌
Thanks for ur comments
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