तुम अगर आ सको तो आ जाओ
आके फिर दूर मुझसे जाना नहीं
है फिक्रमंद जिंदगी अपनी तो क्या
तू मगर इसका रश्क खाना नहीं
मेरा दिल गर तुम्हारे ख़्वाब में डूबे
तुम मुझे नींद से कभी जगाना नहीं
गर तुम कभी भी मुझसे दूर हो जाओ
कसम तुम्हें है मुझको याद आना नहीं
@मीना गुलियानी
आके फिर दूर मुझसे जाना नहीं
है फिक्रमंद जिंदगी अपनी तो क्या
तू मगर इसका रश्क खाना नहीं
मेरा दिल गर तुम्हारे ख़्वाब में डूबे
तुम मुझे नींद से कभी जगाना नहीं
गर तुम कभी भी मुझसे दूर हो जाओ
कसम तुम्हें है मुझको याद आना नहीं
@मीना गुलियानी
वाह बहुत खूब
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंNice one... 7
जवाब देंहटाएंबहुत बढ़िया,
जवाब देंहटाएंबड़ी खूबसूरती से कही अपनी बात आपने.....
Thanks all
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