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शुक्रवार, 28 दिसंबर 2018

हाथ थामे और खो जाएँ

चलो हम सुंदर सा आशियाना बनायें
फूलों की सुरभि से इसे हम महकायें
शीतल बयार के झोंकों से प्रदूषण भगाएँ
इंद्रधनुष और तितली के रंगों से सजाएँ
तिनका तिनका चुनें और इसे बनायें
भंवरों की गुंजन से इसमें संगीत गुंजायें
बच्चों की किलकारियों से खिलखिलाएं
हर ग़म को अपने से दूर हम भगाएँ
सुन्दर सपनों की दुनिया में खो जाएँ
दिल में उमंगों के झरनें हम बहाएँ
खुशियों की तरंगों में हम झूम जाएँ
आकाश तक ऊँची प्रेम पींगें बढ़ाएँ
हाथों में हाथ थामे और खो जाएँ
@मीना गुलियानी

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