दर पे बुला सुन ले सदा
मेरे नैना दीवाने तरसें माँ
बरसों से तूने मेरी आस न पुजाई
अर्ज़ सुनो मेरी अंबे महामाई
हमपे मेहर की नज़रें करदे माँ
भक्ति करूँ में तेरी बन माँ सहाई
एक बार दर पे बुला ले महामाई
मुझको एक इशारा करदे माँ
रो रो के मेरी मैया आँख भर आई
तूने करी न अंबे मेरी सुनाई
रहम अपने बच्चों पे करदे माँ
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