यह ब्लॉग खोजें

मंगलवार, 13 मई 2025

GANPATI JI KE BHAJAN ------ 1

 ओ मोरे गणपति राजा मेरे अँगना तू आजा 


तू बन जा मेरा भैया , मैं तेरी ले लूँ बलैयां 

द्वारे तेरे  नौबत बाजा --------------मेरे-----


रिद्धि सिद्धि को लाना, गोरां शंकर को लाना 

भाल तेरे टीका साजा ---------------मेरे-----


लड्डू का भोग लगाऊँ ,प्रेम से तुझे खिलाऊँ 

ओ मेरे गणपति राजा ------------मेरे -----


मूषक की करे सवारी , तेरी शोभा है न्यारी 

तुम हो वरदानों के राजा -----------मेरे-------


तुम हो बुद्धि के दाता , तेरा एकदन्त सुहाता 

भाई का धर्म निभाजा -------------मेरे---------

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें