मेरे दिल ने तुझे अब दी है सदा
सुन मेरी सदा मत देर लगा
तुम सुनके सदा मेरी आ जाओ
मेरी नैया की पतवार अब तेरे हाथ मेँ है
जीवन की धूप छाँव अब तेरे हाथ में है
मेरी सांसो का भी तार अब तेरे हाथ में है
देखो ये कायनात तेरा नाम ले रही है
सूरज की किरण भी तेरे मुख को छू रही है
सारे जग को ये ख़ुशी का पैगाम दे रही है
जबसे तुझे पाया तू बना मेरा खुदा है
थाम हाथ तू मेरा यही तुझसे इल्तज़ा है
कभी छोड़ना न मुझको दिल की यही दुआ है
@मीना गुलियानी
सुन मेरी सदा मत देर लगा
तुम सुनके सदा मेरी आ जाओ
मेरी नैया की पतवार अब तेरे हाथ मेँ है
जीवन की धूप छाँव अब तेरे हाथ में है
मेरी सांसो का भी तार अब तेरे हाथ में है
देखो ये कायनात तेरा नाम ले रही है
सूरज की किरण भी तेरे मुख को छू रही है
सारे जग को ये ख़ुशी का पैगाम दे रही है
जबसे तुझे पाया तू बना मेरा खुदा है
थाम हाथ तू मेरा यही तुझसे इल्तज़ा है
कभी छोड़ना न मुझको दिल की यही दुआ है
@मीना गुलियानी
बहुत खूब.....
जवाब देंहटाएंसुंदर रचना आदरणीया
दिल से पुकारा है किसी ने किसी को --मुहब्बत की बात है दिल तक जायेगी -
जवाब देंहटाएंबहुत ही सुंदर भावपूर्ण पुकार प्रिय मीना जी | बहुत अच्छा लिखा आपने | सस्नेह शुभकामनायें बहना |