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गुरुवार, 31 जनवरी 2019

बिताऊँ जानती नहीं

जाने क्या बात है जो तेरी याद
दिल से मेरे कभी जाती ही नहीं
सोचती लाख हूँ पर लब पे मेरे
हंसी कभी तेरे बिना आती नहीं

जिंदगी के हर पल तेरी याद में
जैसे तैसे यूँ  गुज़र ही जायेंगे
हम अपने ख्यालों में खो जायेंगे
क्या करें नींद कमबख्त आती नहीं

तुम इतना दूर मुझसे जाया न करो
जाओ फिर जल्दी लौट आया करो
मुश्किल होता है अकेले सफर करना
जिंदगी कैसे बिताऊँ जानती नहीं
@मीना गुलियानी

1 टिप्पणी:


  1. तुम इतना दूर मुझसे जाया न करो
    जाओ फिर जल्दी लौट आया करो
    मुश्किल होता है अकेले सफर करना
    जिंदगी कैसे बिताऊँ जानती नहीं!!
    कितने प्यारे शब्द है और बहुत ही मार्मिक आग्रह प्रेम का !!!!!

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