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शनिवार, 5 जनवरी 2019

प्यार की बजे सरगम

चलो उस पार चलें करलें बसेरा हम तुम
खुश रहें हिलमिलके जहाँ भी रहें हम तुम

ठंडी ठंडी हवा चले मौसम प्यारा प्यारा है
खुशनुमा  समा है हुआ रंगी ये नज़ारा है
दूरियाँ रहें न यहाँ फासले हो  जाएँ गुम

कल कल झरनों का बहता पानी है
फूलों की खुशबु है रुत मस्तानी है
चलो इस नज़ारे में खो जाएँ हम तुम

हर पल हँसते रहें और गुनगुनाते रहें
प्यार के ये नगमें सबको सुनाते रहें
भूल जाएँ गम प्यार की बजे सरगम
@मीना गुलियानी



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