चलो उस पार चलें करलें बसेरा हम तुम
खुश रहें हिलमिलके जहाँ भी रहें हम तुम
ठंडी ठंडी हवा चले मौसम प्यारा प्यारा है
खुशनुमा समा है हुआ रंगी ये नज़ारा है
दूरियाँ रहें न यहाँ फासले हो जाएँ गुम
कल कल झरनों का बहता पानी है
फूलों की खुशबु है रुत मस्तानी है
चलो इस नज़ारे में खो जाएँ हम तुम
हर पल हँसते रहें और गुनगुनाते रहें
प्यार के ये नगमें सबको सुनाते रहें
भूल जाएँ गम प्यार की बजे सरगम
@मीना गुलियानी
खुश रहें हिलमिलके जहाँ भी रहें हम तुम
ठंडी ठंडी हवा चले मौसम प्यारा प्यारा है
खुशनुमा समा है हुआ रंगी ये नज़ारा है
दूरियाँ रहें न यहाँ फासले हो जाएँ गुम
कल कल झरनों का बहता पानी है
फूलों की खुशबु है रुत मस्तानी है
चलो इस नज़ारे में खो जाएँ हम तुम
हर पल हँसते रहें और गुनगुनाते रहें
प्यार के ये नगमें सबको सुनाते रहें
भूल जाएँ गम प्यार की बजे सरगम
@मीना गुलियानी
बहुत सुन्दर रचना सखी 👌
जवाब देंहटाएंThanks for ur comments
जवाब देंहटाएंवाह बहुत सुंदर 👌
जवाब देंहटाएंThanks all
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