तेरी दुनिया में मैंने सुख दुःख देखे सारे हैं
उसने ही जाना तुझे जो तेरे ही सहारे है
सुख दुख दुनिया की गाड़ी को चलाते हैं
दोनों मिलकर ही अच्छा इंसान बनाते हैं
संसार की नदिया के दोनों ही किनारे हैं
दुःख न चाहे कोई सब सुख को तरसते हैं
दुःख आने पे रोते सुख आये तो हँसते हैं
जिसने सुख पाया उसने दुःख देखे सारे हैं
कैसे तुमको मैं कहदूँ मुझको सारे सुख दे दो
ये तो तेरी मर्जी पर है जो तुम चाहो वो दे दो
मैंने तो तेरे आगे अपने दोनों हाथ पसारे हैं
@मीना गुलियानी
उसने ही जाना तुझे जो तेरे ही सहारे है
सुख दुख दुनिया की गाड़ी को चलाते हैं
दोनों मिलकर ही अच्छा इंसान बनाते हैं
संसार की नदिया के दोनों ही किनारे हैं
दुःख न चाहे कोई सब सुख को तरसते हैं
दुःख आने पे रोते सुख आये तो हँसते हैं
जिसने सुख पाया उसने दुःख देखे सारे हैं
कैसे तुमको मैं कहदूँ मुझको सारे सुख दे दो
ये तो तेरी मर्जी पर है जो तुम चाहो वो दे दो
मैंने तो तेरे आगे अपने दोनों हाथ पसारे हैं
@मीना गुलियानी
बहुत सुन्दर सृजन सखी
जवाब देंहटाएंसादर
Thanks
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