यह ब्लॉग खोजें

सोमवार, 21 जनवरी 2019

प्यार से मुस्कुराना पड़ेगा

दिल में जलता रहे ये दिया प्रेम से ये जलाना पड़ेगा
आँधियाँ हों या तूफ़ान हों हर बला से बचाना पड़ेगा

जिंदगी दुःख का सागर भी है
जिदंगी प्रेम गागर भी है
सुख दुःख के भंवर से निकलकर
हमे उस पार जाना पड़ेगा

नाव साहिल से गर दूर हो
पाँव चलने से मजबूर हों
थामके फिर भरोसे का दामन
पतवार चलाना पड़ेगा

जिंदगी इक पहेली भी है
सुख दुःख की सहेली  भी है
माफ़ करके गुनाहों को सबके
प्यार से मुस्कुराना पड़ेगा
@मीना गुलियानी


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें