उम्मीद टूट चली है तेरे अब आने की
बुझाके रख दी है शमा गरीबखाने की
कहा था तुमने कि आयेंगे जब चिराग जले
पर इंतज़ार में तेरी इस दिल के दाग जले
वही है महफ़िल लेकिन अब यहाँ अँधेरा है
तेरे इंतज़ार में कुछ देर तलक चिराग जले
तू जाने भी कैसे कि दर्दो अलम क्या है
न कभी दिल ये जला न इसके दाग जले
अब तो मेरी तमन्नाओं में भी अँधेरा है
न सोच दिल ये मेरा क्यों अंधेरे में जले
@मीना गुलियानी
बुझाके रख दी है शमा गरीबखाने की
कहा था तुमने कि आयेंगे जब चिराग जले
पर इंतज़ार में तेरी इस दिल के दाग जले
वही है महफ़िल लेकिन अब यहाँ अँधेरा है
तेरे इंतज़ार में कुछ देर तलक चिराग जले
तू जाने भी कैसे कि दर्दो अलम क्या है
न कभी दिल ये जला न इसके दाग जले
अब तो मेरी तमन्नाओं में भी अँधेरा है
न सोच दिल ये मेरा क्यों अंधेरे में जले
@मीना गुलियानी
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