आज हमने रिश्तों का
ताना बाना बना है
एक एक रेशा चुनकर
मैंने आज इसे बुना है
पहले तो तकली से काता
फिर इसका गोला बनाया
जिसको खड्डे पे चढ़ाया
अंगुलियों से तिनके लगाए
एक अंगुली से फंदे बनाये
फिर उन्हें आगे पीछे से
जोड़ तोड़कर तिनके से
लाईन बनाकर उल्टी सीधी
दिशा में अंगुली ले जाकर
तिनकों से लम्बा लटकाकर
सुंदर सा डिजाईन बनाया
देखो कहीं उलझा न देना
नहीं तो ये धागा टूटेगा
फंदा कहीं उलझा तो
ये रिश्ता भी फिर टूटेगा
इसको तुम बचाए रखना
एहसास ,प्रेम से इसे बुना है
@मीना गुलियानी
ताना बाना बना है
एक एक रेशा चुनकर
मैंने आज इसे बुना है
पहले तो तकली से काता
फिर इसका गोला बनाया
जिसको खड्डे पे चढ़ाया
अंगुलियों से तिनके लगाए
एक अंगुली से फंदे बनाये
फिर उन्हें आगे पीछे से
जोड़ तोड़कर तिनके से
लाईन बनाकर उल्टी सीधी
दिशा में अंगुली ले जाकर
तिनकों से लम्बा लटकाकर
सुंदर सा डिजाईन बनाया
देखो कहीं उलझा न देना
नहीं तो ये धागा टूटेगा
फंदा कहीं उलझा तो
ये रिश्ता भी फिर टूटेगा
इसको तुम बचाए रखना
एहसास ,प्रेम से इसे बुना है
@मीना गुलियानी
बेहतरीन सृजन ....
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर रचना
जवाब देंहटाएंबहुत शानदार। हार्दिक शुभकामनाएं।
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
जवाब देंहटाएंThanks to all
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