जीवन की यह दौड़धूप परेशान करती है
कभी कभी तो यह बहुत हैरान करती है
थक जाता हूँ मैं दस कदम भी चलके
सफ़ऱ में तन्हाई भी परेशान करती है
साथी हो कोई तो मुश्किल आसां हो जाए
तमाम उलझने दिल को पशेमान करती हैं
कभी तो ऐसा हो कट जाए सुकूँ से रहगुज़र
ये स्याह बयाबान राहें मुझे हैरान करती हैं
@मीना गुलियानी
कभी कभी तो यह बहुत हैरान करती है
थक जाता हूँ मैं दस कदम भी चलके
सफ़ऱ में तन्हाई भी परेशान करती है
साथी हो कोई तो मुश्किल आसां हो जाए
तमाम उलझने दिल को पशेमान करती हैं
कभी तो ऐसा हो कट जाए सुकूँ से रहगुज़र
ये स्याह बयाबान राहें मुझे हैरान करती हैं
@मीना गुलियानी
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