दिल हर पल तुझे ही याद करता है
हर पल तेरा शुक्रिया अदा करता है
तुझसे ही सब कुछ पाया है मैंने
क्या मेरी औकात कहाँ पहुँचाया तूने
मेरे दिल के तार तेरा ही नाम गाते हैं
पाया तुझसे सब कुछ भूल न पाते हैं
तेरी रहमतों से रोटी आँखें हँसती हैं
कैसे बिसरा दूँ तुम्हें मेरी क्या हस्ती है
@मीना गुलियानी
हर पल तेरा शुक्रिया अदा करता है
तुझसे ही सब कुछ पाया है मैंने
क्या मेरी औकात कहाँ पहुँचाया तूने
मेरे दिल के तार तेरा ही नाम गाते हैं
पाया तुझसे सब कुछ भूल न पाते हैं
तेरी रहमतों से रोटी आँखें हँसती हैं
कैसे बिसरा दूँ तुम्हें मेरी क्या हस्ती है
@मीना गुलियानी
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