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शुक्रवार, 20 मार्च 2020

पथिक हूँ मैं चलूँ किस ओर

पथिक हूँ मैं चलूँ किस ओर
न सूझे मुझे कहाँ मेरी ठोर
भटकाए जहाँ चलूँ जिस ओर
मंजिल का न कोई ओर छोर
@मीना गुलियानी 

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