ज़मीं से रिश्ता कभी टूट नहीं सकता
आसमां से भी मैं दूर रह नहीं सकता
दोनों के दरम्यां हैं फ़ासले भी बहुत
जिसको ये दिल अब सह नहीं सकता
@मीना गुलियानी
आसमां से भी मैं दूर रह नहीं सकता
दोनों के दरम्यां हैं फ़ासले भी बहुत
जिसको ये दिल अब सह नहीं सकता
@मीना गुलियानी
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