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शुक्रवार, 23 मार्च 2018

माता की भेंट -हृदय में जगाओ प्रीत

अब देर न कर हे माँ तुझे तेरे भक्त बुलाते हैं
आके विनती ज़रा सुनलो तेरे बिन चैन न पाते हैं

बरसे नयन मेरा तरसे है मन
 ऐ मैया तू दर्श दिखा जा
तेरे दर्श बिन तड़पे है मन
मेरी मैया तू जल्दी से आ जा
ये जीवन न जाए बीत-------------तुझे------

माता मेरी जगदाता तू ही
अब तो मैया जी दर्श दिखाओ
नैया भंवर में डोले मेरी
आके मैया जी पार लगाओ
मेरी मैया मिटाओ भव भीत ------ --तुझे-----

काम क्रोध मद लोभ मोह ने
मैया जी मुझको है घेरा
आके बचाओ जान मेरी
ये चौरासी वाला है फेरा
हृदय में जगाओ प्रीत ------------------तुझे-----
@मीना गुलियानी




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