आज फिर भूली कहानी याद आई
जब हम पहली बार मिले थे
सावन का मौसम था बारिश में
दिल में प्रेम के दो फूल खिले थे
तुमने मेरे हाथों को थामा था
दो अजनबी मिलके चले थे
आज वही मौसम आया है
वही सुहानी यादें ताज़ा हो गईं
वादी में पपीहे ने शोर मचाया
कोयल ने भी कूक मचाई और
भूली बिसरी कहानी याद आई
@मीना गुलियानी
जब हम पहली बार मिले थे
सावन का मौसम था बारिश में
दिल में प्रेम के दो फूल खिले थे
तुमने मेरे हाथों को थामा था
दो अजनबी मिलके चले थे
आज वही मौसम आया है
वही सुहानी यादें ताज़ा हो गईं
वादी में पपीहे ने शोर मचाया
कोयल ने भी कूक मचाई और
भूली बिसरी कहानी याद आई
@मीना गुलियानी
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