बचपन के दोस्त दूर होकर भी याद आते हैं
फूलों की तरह हमेशा खुशबु फैलाते हैं
कभी वो सितारा बनके जगमगाते हैं
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें