दीपावली की हर खुशी तुमसे है
तुम पास नहीँ होते तो खुद बेमन से
दीपावली मनाते हैं जो नागवार होती है
गम के दरिया में डूब जाते हैं कहीं
किनारा कहीं नहीं पाते हैं अब
लौट आओ जिंदगी में रंग भरदो
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