तेरी याद में आँसु बहते रहेँगे
मुँह से कुछ भी बयां हम करेंगे
दिल भर आता है चुप रह कर
हम फिर भी चुप ही रहते हैं
तुम मैहर करो हथ सर पे धरो वरना
आँसुओ से हम भर देंगे
हे कितने भोले हो तुम कितने दयावान हो
सबकी विनती को सुन लेते हो करुणनिषि
हे करुणाकर तेरा ही ध्यान हम कर
तेरे चरणों और गु नेरा ध्याब गई
सगाहे सुबहही या शान गई
गए जॉयनकर
तुझे हम ा भूले तेरा गुणगान हो
प्रीत चरणों से रमा रहेगी
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