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मंगलवार, 10 सितंबर 2019

किनारा कर जाते हैं

कहने को तो है सारा जहाँ
पर कोई  नहीं  है अपना
दुनिया सब मतलब की
जग सारा है इक सपना
सब झूठे रिश्ते नाते हैं
कोई साथ नहीं निभाते हैं
उनका जब वक्त हो तो
 बड़े हितैषी बन जाते हैं
जब पड़े मुसीबत हमपे 
सब किनारा कर जाते हैं 
@मीना गुलियानी 

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