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सोमवार, 9 सितंबर 2019

घायल कर गई थी

ये हवा तुमसे कुछ कह रही थी
पुरवाई दामन गई को छू गई थी
सुरभि तेरी हरसू बिखर गई थी
तन मन में सिहरन भर गई थी
मन को मेरे घायल कर गई थी
@मीना गुलियानी 

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