यह ब्लॉग खोजें

मंगलवार, 28 जनवरी 2020

एक बार फिर से

एक बार फिर से
 जिंदगी को गले लगाया जाए
एक बार फिर से
रूठे हुओं को मनाया जाए
एक बार फिर से
रोते  हुओं को हँसाया जाए
एक बार फिर से
मुकदद्ऱ को आज़माया जाए
@मीना गुलियानी


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें