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मंगलवार, 28 जनवरी 2020

अँधेरा मेरी पनाहगाह है

अँधेरा तो मेरी पनाहगाह है
उजाले को पाना मेरी चाह है
ढूँढता हूँ किरण उजाला करे
और कलुष तन मन का हरे
@मीना गुलियानी




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