तुम्हारे इन गर्म हाथों की गर्मी
मेरे मुर्दा जिस्म में जान डालती है
सदियों से रूह पर जमी हुई बर्फ
इनकी गर्मी को पाके पिघल जाती है
फिर से जिंदगी मुझे मिल जाती है
तुम्हें पा लेने की तमन्ना बढ़ जाती है
इन हाथों की कैद जिंदगी को भाती है
@मीना गुलियानी
मेरे मुर्दा जिस्म में जान डालती है
सदियों से रूह पर जमी हुई बर्फ
इनकी गर्मी को पाके पिघल जाती है
फिर से जिंदगी मुझे मिल जाती है
तुम्हें पा लेने की तमन्ना बढ़ जाती है
इन हाथों की कैद जिंदगी को भाती है
@मीना गुलियानी
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