सबसे पहले जीवन को स्वीकारना होगा
यह खुदा की दी हुई सबसे बड़ी नेमत है
कितनी मुश्किल से ये न्र तन मिला है
इसे यथोचित ईश्वर ध्यान में लगाना है
मानव कल्याण के लिए काम करना है
अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना है
उसे प्राप्त करने हेतु प्रयासरत होना है
निरोगी रहने के लिए योग भी करना है
सांसारिक बन्धनों से निर्लिप्त रहना है
कीचड़ में कमल समान व्यवहार करना है
@मीना गुलियानी
यह खुदा की दी हुई सबसे बड़ी नेमत है
कितनी मुश्किल से ये न्र तन मिला है
इसे यथोचित ईश्वर ध्यान में लगाना है
मानव कल्याण के लिए काम करना है
अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना है
उसे प्राप्त करने हेतु प्रयासरत होना है
निरोगी रहने के लिए योग भी करना है
सांसारिक बन्धनों से निर्लिप्त रहना है
कीचड़ में कमल समान व्यवहार करना है
@मीना गुलियानी
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें