तन्हाई ने करवट ली है
अकेलेपन की वो साथी है
यह परछाई की तरह ही
हमारे साथ रहती है
कभी बोर नहीं होने देती
पल्लू थामे रहती है
अपना आभास कराती है
मुझे भीड़ अच्छी नहीं लगती
अब यही समय बिताती है
@मीना गुलियानी
अकेलेपन की वो साथी है
यह परछाई की तरह ही
हमारे साथ रहती है
कभी बोर नहीं होने देती
पल्लू थामे रहती है
अपना आभास कराती है
मुझे भीड़ अच्छी नहीं लगती
अब यही समय बिताती है
@मीना गुलियानी
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