जिंदगी नाम है वफ़ा का
जो बहुत कम करते हैं
कसमें खाते हैं तोड़ते हैं
ग़म से रिश्ता जोड़ते हैं
फिर तन्हा छोड़ देते हैं
बेवफ़ाई रुसवाई करते हैं
वफ़ा का दम वो भरते हैं
चेहरे पे नकाब ओढ़ते हैं
भटकने के लिए छोड़ते हैं
@मीना गुलियानी
जो बहुत कम करते हैं
कसमें खाते हैं तोड़ते हैं
ग़म से रिश्ता जोड़ते हैं
फिर तन्हा छोड़ देते हैं
बेवफ़ाई रुसवाई करते हैं
वफ़ा का दम वो भरते हैं
चेहरे पे नकाब ओढ़ते हैं
भटकने के लिए छोड़ते हैं
@मीना गुलियानी
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