यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, 23 अक्तूबर 2019

आज भी है कल भी रहेगा

तेरा मेरा रिश्ता आज भी है कल भी रहेगा
ये बंधन अटूट , आत्मिक और नैसर्गिक है
समे भवन के पुष्प हैं बहुत अनमोल हैं
इसमें कहीं  भी बनावट नहीं प्रेम भरा हुआ है
कोई भी छल कपट नहीं निस्वार्थ भावना है
इसलिए ही हमारा रिश्ता हमेशा कायम रहेगा
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें