यह ब्लॉग खोजें

शुक्रवार, 25 अक्तूबर 2019

दामन ख़ुशी से भरें

दीवाली की रात है उल्लास से हम भरें
खुशियों के दीपक से मन में उजाला करें
अन्धकार को दूर भगाएँ रोशन जहाँ करें
वैमनस्य की दीवार गिरायें सौहार्द को भरें
सबके आँसू  पौंछकर  दामन ख़ुशी से भरें
@मीना गुलियानी 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें