तेरा मेरा रिश्ता रब ने क्या बनाया है
ऐसा लगता है कि तू ही मेरा साया है
दो दिल एक जान है ऐसा लगता है मुझे
बताओ क्या यही दिल तेरा कहता है तुझे
दिलों के सोये अरमां जग गए
तुमसे मिलकर ख़्वाब सच हो गए
गुफ्तगू जो तुमसे की दिल को सुकून मिला
बरसों का मुरझाया दिल का चमन खिला
फिर उमंगो की बारिश हुई है
तपन दिल की बुझ सी गई है
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें