जिंदगी की तलाश में जब हम निकले
जिंदगी तो मिली नहीं तजुर्बे बड़े मिले
दोस्तों से जब हम मिले तो पता चला
जिंदगी में रौनक के उनसे थे सिलसिले
जिंदगी मेरी एक रंगमंच बनकर रह गई
टूटते पुर्जे जुड़ने का नाटक करते हुए मिले
जलने वालों की इस जहाँ में कोई कमी नहीं
बिना तीली सुलगाये दिल जलाते हुए मिले
शीशा और पत्थर बनकर संग रहे दोनों
अब बात कुछ और है टकराते हुए मिले
जिंदगी के कई ख़्वाब अधूरे पड़े रहे
हर लम्हा गम रहेगा क्यों फासले मिले
@मीना गुलियानी
जिंदगी तो मिली नहीं तजुर्बे बड़े मिले
दोस्तों से जब हम मिले तो पता चला
जिंदगी में रौनक के उनसे थे सिलसिले
जिंदगी मेरी एक रंगमंच बनकर रह गई
टूटते पुर्जे जुड़ने का नाटक करते हुए मिले
जलने वालों की इस जहाँ में कोई कमी नहीं
बिना तीली सुलगाये दिल जलाते हुए मिले
शीशा और पत्थर बनकर संग रहे दोनों
अब बात कुछ और है टकराते हुए मिले
जिंदगी के कई ख़्वाब अधूरे पड़े रहे
हर लम्हा गम रहेगा क्यों फासले मिले
@मीना गुलियानी
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