जिंदगी का फलसफा कहीं शबे ग़म न बने
जीवन के पथ में कोई निराशा बिंदु न बने
अब कोई कटुवचनों से दिल धड़काए ना
चाँद सितारो तुम भी आओ संग हमारे तुम भी गाओ
अँधेरी रातों के दीपक बन धरती को तुम जगमगाओ
फिर कोई अलगाव न उभरे ऐसा साज़ बजाओ ना
सच्चा साथी जब मिल जाए हर लम्हा मंज़िल बन जाए
किसी पड़ाव पे साथ न छूटे दिल का अरमा वो बन जाए
सांस सांस की धड़कन पर कोई जीवन राग सुनाओ ना
@मीना गुलियानी
जीवन के पथ में कोई निराशा बिंदु न बने
अब कोई कटुवचनों से दिल धड़काए ना
चाँद सितारो तुम भी आओ संग हमारे तुम भी गाओ
अँधेरी रातों के दीपक बन धरती को तुम जगमगाओ
फिर कोई अलगाव न उभरे ऐसा साज़ बजाओ ना
सच्चा साथी जब मिल जाए हर लम्हा मंज़िल बन जाए
किसी पड़ाव पे साथ न छूटे दिल का अरमा वो बन जाए
सांस सांस की धड़कन पर कोई जीवन राग सुनाओ ना
@मीना गुलियानी
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